बुलढाणा - 8 सितंबर
बुलढाणा तहसील अंतर्गत के ग्राम गिरडा के पासवाले जंगल में 6 सितंबर को 80 से अधिक मृत कुत्तों के शव पाए गए थे. इन कुत्तों को जहरिली दवाई पीला कर मारे जाने का कयास है.ये गंभीर मामला सामने आने के बाद आज 8 सितंबर को सुबह तडके बुलढाणा ग्रामीण पुलिस थाने में इस घटना को अंजाम देनेवाले अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया गया है.
बुलढाणा शहर से 15 किमी की दूरी पर अजंता पर्वत श्रृंखला से सटकर गिरडा ये गांव बसा हुआ है जिसके पास घना जंगल और पहाड़ी है. गुरुवार 5 सितंबर की रात में अज्ञात ने किसी वाहन में मृत कुत्ते लाद कर जंगल से हो कर गुज़रनेवाले मार्ग के बाजू में 80 से 90 मृत कुत्ते फेंक दिए और अगले दिन 6 सितंबर को गांव के कुछ लोगों ने इतनी बड़ी संख्या में मृत कुत्ते देख यह बात अन्य ग्रामस्थो को भी बताई जिससे गांववासियों में खलबली मच गई. इस घटना की सूचना वनविभाग को दिए जाने पर वनकर्मी नारखेड़े,तराल सहित पुलिस बीट जमादार चोपडे घटना स्थल पर पहोंचे और पंचनामा किया.अनुमान लगाया जा रहा है कि इन कुत्तों को जहरिली दवाई देकर मारा गया है. जिनमें कुछ पिल्लों का भी समावेश है. इन कुत्तों में कुछ कुत्तों के पैर बंधे हुए थे तथा 3-4 कुत्ते जिंदा भी थे जिन पर उपचार कर उन्हें छोड दिया गया. मृत कुत्तों के कारण पूरे जंगल मे दुर्गंध फैली हुई थी जिस से मनुष्य व वन्यजीवों के स्वास्थ्य को कोई नुकसान ना हो इस लिए वनविभाग ने जेसीबी की सहायता से गड्डा कर के कुत्तों को जमीन में दफन कर दिया. इसी मामले वनरक्षक के.एन. तराल की शिकायत पर बुलडाणा ग्रामीण पुलिस थाने में अज्ञात आरोपी के खिलाफ एनिमल क्रुएल्टी एक्ट 1960 की विविध धारा और भादवी की धारा 429, 34 तथा महाराष्ट्र पुलिस कानून की धारा 119 के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है.अधिक जांच में पुलिस जुटी हुई है.
बुलढाणा तहसील अंतर्गत के ग्राम गिरडा के पासवाले जंगल में 6 सितंबर को 80 से अधिक मृत कुत्तों के शव पाए गए थे. इन कुत्तों को जहरिली दवाई पीला कर मारे जाने का कयास है.ये गंभीर मामला सामने आने के बाद आज 8 सितंबर को सुबह तडके बुलढाणा ग्रामीण पुलिस थाने में इस घटना को अंजाम देनेवाले अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया गया है.
बुलढाणा शहर से 15 किमी की दूरी पर अजंता पर्वत श्रृंखला से सटकर गिरडा ये गांव बसा हुआ है जिसके पास घना जंगल और पहाड़ी है. गुरुवार 5 सितंबर की रात में अज्ञात ने किसी वाहन में मृत कुत्ते लाद कर जंगल से हो कर गुज़रनेवाले मार्ग के बाजू में 80 से 90 मृत कुत्ते फेंक दिए और अगले दिन 6 सितंबर को गांव के कुछ लोगों ने इतनी बड़ी संख्या में मृत कुत्ते देख यह बात अन्य ग्रामस्थो को भी बताई जिससे गांववासियों में खलबली मच गई. इस घटना की सूचना वनविभाग को दिए जाने पर वनकर्मी नारखेड़े,तराल सहित पुलिस बीट जमादार चोपडे घटना स्थल पर पहोंचे और पंचनामा किया.अनुमान लगाया जा रहा है कि इन कुत्तों को जहरिली दवाई देकर मारा गया है. जिनमें कुछ पिल्लों का भी समावेश है. इन कुत्तों में कुछ कुत्तों के पैर बंधे हुए थे तथा 3-4 कुत्ते जिंदा भी थे जिन पर उपचार कर उन्हें छोड दिया गया. मृत कुत्तों के कारण पूरे जंगल मे दुर्गंध फैली हुई थी जिस से मनुष्य व वन्यजीवों के स्वास्थ्य को कोई नुकसान ना हो इस लिए वनविभाग ने जेसीबी की सहायता से गड्डा कर के कुत्तों को जमीन में दफन कर दिया. इसी मामले वनरक्षक के.एन. तराल की शिकायत पर बुलडाणा ग्रामीण पुलिस थाने में अज्ञात आरोपी के खिलाफ एनिमल क्रुएल्टी एक्ट 1960 की विविध धारा और भादवी की धारा 429, 34 तथा महाराष्ट्र पुलिस कानून की धारा 119 के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है.अधिक जांच में पुलिस जुटी हुई है.
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