बुलढाणा - 25 अगस्त
तहसील अंतर्गत के ग्राम शेकापुर में मौजूद एक दरगाह में आज दोपहर के समय एक भालु घुस गया जिसकी खबर मिलते ही ग्रामीणों में हडकंप मच गया था.सूचना मिलते ही वनविभाग की रेस्क्यु टीम ने घटनास्थल पर पहोंच कर भालु को पिंजरे में कैद कर लिया है.
बुलढाणा वनविभाग की जामठी बिट में आनेवाला छोटा सा गांव शेकापुर अजंता की पहाड़ियों से घिरा हुआ है.यहां घना जंगल है जिसमे तेंदुआ,भालु, लकड बग्घा जैसे हिंस्र प्राणियों के अलावा अन्य वनचरों का अधिवास है.शेकापर गांव में शेख सुल्तान बाबा की दरगाह बनी हुई है सीमेंट कॉन्क्रीट की है.आज रविवार दोपहर 3 बजे के करीब एक भालु जंगल से निकलकर दरगाह में अंदर घुस गया.इस बात की भनक ग्रामीणों को लगते ही गांव में खलबली मच गई.भालु दरगाह में पहुचकर अंदर आराम से बैठ गया जो काफी देर बाद भी बाहर नही निकलने पर ग्रामीणों ने हिम्मत जुटाते हुए भालु को कैद करने के लिए दरगाह के मुख्य दरवाजे को बंद कर दिया.इधर घटना की जानकारी बुलढाणा वनविभाग को मिलते ही रेस्क्यु टीम के वनपाल राहुल चौहान,सुधीर जगताप,समाधान मान्टे,विलास मेरत,कल्पना ढंदरे, देवीदास वाघ व चालक शेख ज़फर आदि कर्मी पिंजरा व अन्य साहित्य लेकर शेकापुर पहोंचे और दरगाह के मुख्य दरवाज़े पर पिंजरा लगाया गया तथा जामठी उपसरपंच शेख इमरान,शेकापुर वनसमिति अध्यक्ष सुरेश नरोटे, पवन तायडे, दीपक सोनुने तथा अन्य लोगो के सहकार्य से भालु को हडकाया तब भालु पिंजरे में घुसते ही पिंजरे का दरवाजा बंद कर दिया गया.फिलहाल भालु को विभागीय वन कार्यालय में लाया गया है जिसकी मेडिकल जांच के बाद वरिष्ठों के आदेश पर किसी सुरक्षित जंगल मे छोड़ दिया जाएगा.
तहसील अंतर्गत के ग्राम शेकापुर में मौजूद एक दरगाह में आज दोपहर के समय एक भालु घुस गया जिसकी खबर मिलते ही ग्रामीणों में हडकंप मच गया था.सूचना मिलते ही वनविभाग की रेस्क्यु टीम ने घटनास्थल पर पहोंच कर भालु को पिंजरे में कैद कर लिया है.
बुलढाणा वनविभाग की जामठी बिट में आनेवाला छोटा सा गांव शेकापुर अजंता की पहाड़ियों से घिरा हुआ है.यहां घना जंगल है जिसमे तेंदुआ,भालु, लकड बग्घा जैसे हिंस्र प्राणियों के अलावा अन्य वनचरों का अधिवास है.शेकापर गांव में शेख सुल्तान बाबा की दरगाह बनी हुई है सीमेंट कॉन्क्रीट की है.आज रविवार दोपहर 3 बजे के करीब एक भालु जंगल से निकलकर दरगाह में अंदर घुस गया.इस बात की भनक ग्रामीणों को लगते ही गांव में खलबली मच गई.भालु दरगाह में पहुचकर अंदर आराम से बैठ गया जो काफी देर बाद भी बाहर नही निकलने पर ग्रामीणों ने हिम्मत जुटाते हुए भालु को कैद करने के लिए दरगाह के मुख्य दरवाजे को बंद कर दिया.इधर घटना की जानकारी बुलढाणा वनविभाग को मिलते ही रेस्क्यु टीम के वनपाल राहुल चौहान,सुधीर जगताप,समाधान मान्टे,विलास मेरत,कल्पना ढंदरे, देवीदास वाघ व चालक शेख ज़फर आदि कर्मी पिंजरा व अन्य साहित्य लेकर शेकापुर पहोंचे और दरगाह के मुख्य दरवाज़े पर पिंजरा लगाया गया तथा जामठी उपसरपंच शेख इमरान,शेकापुर वनसमिति अध्यक्ष सुरेश नरोटे, पवन तायडे, दीपक सोनुने तथा अन्य लोगो के सहकार्य से भालु को हडकाया तब भालु पिंजरे में घुसते ही पिंजरे का दरवाजा बंद कर दिया गया.फिलहाल भालु को विभागीय वन कार्यालय में लाया गया है जिसकी मेडिकल जांच के बाद वरिष्ठों के आदेश पर किसी सुरक्षित जंगल मे छोड़ दिया जाएगा.
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