Latest Post

बुलडाणा- 23 ऑगस्ट
ए टी एम मधुन पैशे ट्रान्सफर कसे करता? अशी विचारणा करत दोन अनोळखी इसमानी पिंपळखुटा खु. येथील रहिवाशी व शनिमंदिर टाकरखेड येथील सुपरवायजर विनोद प्रकाश भामद्रे वय 30 ह्याला 30 हजार रुपयांचा चुना लावल्याची घटना आज शुक्रवार 23 ऑगस्ट रोजी दुपारी 12:45 वाजेच्या दरम्यान घडली असून बोराखेडी पोलिसांनी दोन अज्ञात आरोपी विरुद्ध गुन्हा दाखल केला आहे 
       या बाबत सविस्तरपणे वृत्त असे की नांदुरा तालुक्यातील पिंपळखुटा खु. येथील रहिवाशी व गेल्या 10 वर्षा पासुन शनिमंदिर टाकरखेड येथे सुपरवायजर म्हणून कार्यरत असलेले  विनोद प्रकाश भामद्रे यांनी बोराखेडी पोलीस स्टेशनला फिर्याद दिली की गेल्या 10 वर्षा पासून शनिमंदिर टाकरखेड येथे सुपरवायजर चे काम करत असुन मंदिराचे व मंदिराच्या शेतीच्या संपुर्ण पैशाचे व्यवहार तेच बघतात. दरम्यान आज 23 ऑगस्ट रोजी दुपारी मंदिराच्या प्रसादाचे समान व मंदिराच्या ताब्यात असलेल्या शेती पिकावर  किटनाश फवारणीचे औषध घेण्याकरिता मंदिराचे अध्यक्ष रमेश जगन्नाथ वराडे यांच्या कडून 10 हजार रु घेतले तसेच त्यांचे मामा महादेव धोडूजी खिरोडकर यांनीही त्यांच्या मुलाच्या महाराष्ट बँकेच्या एटीएम मधून 20 हजार रु काढून आणायांचे सांगितले होते.सदर रक्कम काढण्यासाठी अंदाजे 12:45 दरम्यान स्टेस्ट बँकच्या मोताळा येथील एटीएम मधून 20 हजार रु. काढले तेव्हा तिथे हजर असलेले 2 अनोळखी इसमानी अंदाजे वय 22 ते 25 तर दुसरा 25 ते 30 वर्षे यांनी फिर्यादिस म्हणाले की मला पैशे ट्रान्सफर करायचे आहे असे म्हणाले तेव्हां माझ्या हातातील एकूण 30 हजार माझ्या जवळील प्लास्टिक च्या पिशवीत होते त्या दोन अनोळखी इसमा पैकी एकाने त्याच्या कडील कापडी पिवळ्या रंगाची पिशवी हात चालाकीने फिर्यादिच्या हातात दिली तर त्याच्या हातात असलेली प्लास्टिकची पैशाची पिशवी हातचालखीने स्वत:च्या हातात घेऊन तेथून निघुन घेला अशी फिर्याद  विनोद प्रकाश भामद्रे यांनी बोराखेडी पोलिसांना दिली. 
           विनोद प्रकाश भामद्रे यांच्या फिर्यादी वरून बोराखेडी पोलिसांनी दोन अनोळखी आरोपी विरुद्ध अप क्रमांक 270/19 भादवी ची कलम 420,34 नुसार गुन्हा दाखल केला असुन पुढील तपास पोलीस निरीक्षक माधवराव गरुड यांच्या मार्गदर्शनाखाली एएसआय गजानन वाघ हे करीत आहे.सदर घटनेचे सीसीटीवी फुटेजच्या मदतीने पोलीस आरोपींचा शोध घेत आहे.

आजिंठा-दि.22-08:-जगप्रसिद्ध अजिंठा लेणी च्या सप्तकुंड धबधब्याजवळ सेल्फी घेतांना मुंबई बांद्रा येथील  रहिवासी पर्यटक अशोक भाऊसाहेब हुलकांडे याचा तोल जाऊन तो 150-200 फूट खोल कुंडात जाऊन पडला.दैव बलवत्तर तो पाण्याच्या तीव्र प्रवाहाने पाण्यात न बुडता पाण्यावर फेकला गेला,त्याने लागलीच खडकाचा आसरा घेऊन तब्बल दोन तास कुंडात काढले.शेवटी भारतीय पुरातत्व विभाग व लेनापूरच्या स्थानिक रहिवाश्यांनी दोरखंडाच्या सहाय्याने त्यास कुंडातून काढून त्याचे प्राण वाचवले.कोणत्याही पर्यटन स्थळी जीवावर बेतेल अशी सेल्फी घेऊ नका...!

अजिंठा  लेणीच्या  बाजूला असलेल्या लेनापुर च्या डोंगरातील सप्तकुंडात  एक पर्यटक  गुरुवारी दुपारी पाय घसरून  पडला  भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभागाच्या कर्मचारी आणि स्थानिक लोकांनी त्यास सुखरूप कुंडातून बाहेर काढले यामुळे अनर्थं टळला..

अशोक भाऊसाहेब हुकांडे रा. बांद्रा मुंबई असे या पर्यटकाचे नाव आहे. सदर पर्यटक लेणापूर डोंगरातील निसर्ग सोंदर्य बघण्यासाठी लेणीच्या माथ्यावर चढला व येथील सप्तकुंड धबधब्या जवळ गेला. तेथे पाण्यात त्याने मन सोकत भिजून आनंद घेतला. पण पाण्यात शेवाळ असल्याने कळत न कळत तो कधी खाली ३०० फूट खोल असलेल्या सप्त कुंडात पडला त्याला कळाले नाही.

त्याने आरडा ओरड केल्याने आस पास असलेल्या लोकांनी ही माहिती पुरातत्व अधिकारी डी .एस. दानवे याना दिली त्यांनी लगेच दोरी व बचाव कार्य साठी लागणारे साहित्य  मागवून नागरिक व पुरातत्व कर्मचारी यांच्या स हा याने त्याला कसरत करून बाहेर काढले.

त्या पर्यटकाला पोहता येत असल्याने तो एक कपारी च्य सहायाने तब्बल अडीच तास पाण्यात होता त्या मुळे त्याला थरकाप सुटला होता.शिवाय खोल कुंडात असल्याने त्याला दोरीला लटकवून वर ओढण्यात आले यामुळे तो प्रचंड घाबरला होता. पण पाणी व कुंड खोल असल्याने दुस रा पर्याय नसल्याने त्याला शर्थी चे प्रयत्न करून वाचवण्यात आले.

घटनेची माहिती मिळताच पोलीस घटनास्थळी आली. त्याला बाहेर काढल्यावर फर्दापूर व नंतर अजिंठा येथील रुग्णालयात त्याच्यावर उपचार करण्यात आले. आता त्याची प्रकुर्ती चांगली असल्याची माहिती दानवे यांनी दिली

बुलढाणा- 22 अगस्त:-तहसील अंतर्गत के ग्राम धाड निवासी 14 वर्षीय नाबालिग किशोरी के साथ 5 युवकों द्वारा सामुहिक बलात्कार का सनसनीखेज मामला सामने आने के बाद पीड़ित की शिकायत पर धाड पुलिस थाने में विविध धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
     प्राप्त जानकारी के अनुसार धाड की रहनेवाली 14 वर्षीय बालीका मेहकर किसी रिश्तेदार के घर गई थी जो 20 अगस्त को मेहकर से निकल कर रात 8 बजे के करीब धाड के बस अड्डे पर पहोंची तब धाड के ही 5 आरोपियों ने बालीका का अपहरण कर उसे अपने साथ जबरदस्ती उठाकर जालना जिले के जाफराबाद ले गए और वहां उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया.21 अगस्त की सुबह तड़के 4 बजे के करीब जाफराबाद पुलिस के कुछ कर्मी रात्रि गश्त पर थे तब उन्हें पांचो आरोपियों के साथ एक बालीका नज़र आई जिनसे पूछताछ में वे समाधान कारक उत्तर नही दे पाए.सभी युवक एक समाज के और बालीका दूसरे सामज की होने के कारण जाफराबाद पुलिस को मामला कुछ गडबड नज़र आने पर इसकी सूचना धाड पुलिस को दी गई,धाड पुलिस जाफराबाद पहुचकर बालीका को ले आई.अधिक पूछताछ में बालीका ने  बलात्कार किए जाने की पृष्ठी की.धाड थाने में पीडिता की शिकायत पर धाड निवासी पांचो आरोपियों के खिलाफ अपहरण,बलात्कार की भादवी की धारा 363,376 (ड) तथा पोक्सो कानून के तहत 21 अगस्त को अपराध दर्ज कर पुलिस ने आरोपी गणेश उमेश जाधव (22),शुभम जीवन पांडे (21),राहुल गजानन लोखंडे (22) को गिरफ्तार कर लिया है जबकि अन्य 2 आरोपी फरार है.पुलिस ने गिरफ्तार तीनों आरोपियों को आज बुलढाणा कोर्ट में पेश किया जिन्हें 1 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है.फरार 2 आरोपियों को पकडने के लिए पुलिस टीम को रवाना किया गया है,ऐसी जानकारी बुलढाणा अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संदीप पखाले ने दी है.

नई दिल्ली
सेवा क्षेत्र में सुस्ती, कम निवेश और खपत में गिरावट के बीच देश की आर्थिक वृद्धि इस साल जून तिमाही में 5.7 प्रतिशत पर रहने का अनुमान है। जापान की ब्रोकरेज कंपनी  नोमुरा ने अपनी रिपोर्ट में यह कहा है। नोमुरा के मुताबिक, दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून) में सुस्ती के बावजूद जुलाई-सितंबर तिमाही में अर्थव्यवस्था में कुछ सुधार आने की उम्मीद है।  कंपनी ने अपने शोध नोट में कहा कि उच्च आवृत्ति कारकों में नरमी बरकार रहेगी। इसमें सेवा क्षेत्र का खराब प्रदर्शन, निवेश में कमी, बाहरी क्षेत्र में सुस्ती और खपत में भारी गिरावट शामिल है।
वित्त वर्ष 2018-19 में अर्थव्यवस्था की रफ्तार सुस्त होकर 6.8 प्रतिशत पर आ गई। यह 2014-15 के बाद का निम्नस्तर है। इसमें कहा गया है कि उपभोक्ताओं का विश्वास कम  हो रहा है और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में गिरावट आई है। व्यापार और मुद्रा को लेकर चले रहे टकराव ने समस्या को और गंभीर बना दिया है। स्थिति का जायजा लेने के लिए, वित्त  मंत्री निर्मला सीतारमण ने अधिकारियों और उद्योग से जुड़े दिग्गजों के साथ कई बैठकें की हैं। बैठक में उपभोक्ता मांग और निजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाने पर  विचारविमर्श किया गया। नोमुरा ने कहा कि हमारा अनुमान है कि जीडीपी वृद्धि मार्च के 5.8 प्रतिशत से घटकर जून तिमाही में 5.7 प्रतिशत पर रह जाएगी। सितंबर तिमाही (तीसरी   तिमाही) में यह बढ़कर 6.4 प्रतिशत हो जाएगी। उसके बाद की तिमाही में जीडीपी वृद्धि की रफ्तार 6.7 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।

कोलकाता
चीन और पश्चिम एशियाई देशों में हीरे की मांग घटी है। इससे चालू वित्त वर्ष के शुरुआती चार महीनों में गुजरात के डायमंड कटिंग और पॉलिशिंग कारोबार में 10-15 फीसदी  नौकरियां खत्म हो गई हैं। मांग में सुस्ती से पिछले चार महीनों में पॉलिश्ड डायमंड का भाव 6-10 फीसदी गिरा है। इंडस्ट्री के मुताबिक फिलहाल मांग बढ़ने की कम संभावना है।  जेम ऐंड जूलरी एक्सपोर्ट काउंसिल के वाइस-चेयरमैन कोलिन शाह ने कहा कि पहले से ही गुजरात के डायमंड हब में 10-15 फीसदी नौकरियां जा चुकी हैं। इसका असर राज्य के  सूरत, अमरेली के छोटे केंद्रों और भावनगर में पड़ा है। वैश्विक मांग में सुस्ती के साथ नकदी की कमी से व्यापार प्रभावित हुआ है। अमेरिका और यूरोप से मांग में स्थिरता बनी हुई  है, लेकिन एक बड़े बाजार चीन से मांग में 15-20 फीसदी कमी आई है। गल्फ देशों से भी डायमंड की कुछ खास मांग नहीं आ रही है। अमेरिका-चीन के बीच चल रहे व्यापार युद्ध से  भारतीय डायमंड कारोबार की चमक फीकी पड़ गई है। जुलाई में कट एंड पॉलिश्ड डायमंड का निर्यात पिछले साल की तुलना में 18.15 फीसदी कम रहा। चालू वित्त वर्ष के  शुरुआती  चार महीनों में निर्यात में 15.11 फीसदी कमी आई। इसी अवधि में जेम एंड ज्वैलरी के कुल निर्यात में 6.67 फीसदी गिरावट रही। सूरत डायमंड एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष बाबू  गुजराती के मुताबिक, गुजरात में हीरों के कारोबार से 20 लाख लोगों को रोजगार मिलता है। इनमें से 8 लाख लोग रफ हीरे की कटिंग और पॉलिशिंग करते हैं। भारत दुनिया में रफ  डायमंड की कटिंग और पॉलिशिंग का सबसे बड़ा केंद्र है। ऐसा भी कहा जाता है कि दुनिया के 15 में से 14 रफ डायमंड की पॉलिशिंग यहीं होती है। गुजराती का कहना है कि चालू   वित्त वर्ष की शुरुआत से ही व्यापार पर सुस्ती का असर पड़ रहा है। हीरे के कारोबारियों ने हालात से निपटने के लिए शिफ्ट घटाई हैं। इसके अलावा कई लोगों की नौकरियां भी चली  गई हैं। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री धीरेधीरे मौजूदा हालात से तालमेल बैठाने की कोशिश कर रही है। शाह का मानना है कि दिसंबर-जनवरी के बीच कुछ रिवाइवल हो सकता है। जुलाई  2019 में जेम एंड ज्वैवरी का ओवरऑल ग्रॉस एक्सपोर्ट 11.08 फीसदी गिरकर 18,633.10 करोड़ रुपए का हो गया, जो पिछले साल 20,955.10 करोड़ का था। वित्त वर्ष 2020 के  शुरुआती चार महीनों यानी अप्रैल- जुलाई में जेम एंड ज्वैलरी का ओवरऑल ग्रोस एक्सपोर्ट भी 6.67 फीसदी गिरकर 84,272.30 करोड़ रुपए का हो गया।

ऋण चूक की पूरी जानकारी देना अनिवार्य


मुंबई
भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड (सेबी) के ताजा निर्णय के अनुसार अब कंपनियों को ऋण चूक या डिफॉल्ट से संबंधित पूरी जानकारी रेटिंग एजेंसियों को मुहैया करानी अनिवार्य   होगी। यह निर्णय ऐसे स्थिति में किया गया है जबकि बैंक अपने ग्राहकों की गोपनीयता का हवाला देकर कंपनियों की ओर से ऋण की किस्ते चुकाने में देरी या चूक होन की   जानकारी देने से कतराते हैं। इसको लेकर चिंताओं के बीच बाजार नियामक ने बुधवार को नए नियमों की घोषणा की। बड़ी कंपनियों के ऋण भुगतान में चूक के काफी मामले सामने   आए हैं। इसके अलावा इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (आईएलएंडएफएस) का मामला भी सामने आया है। इससे क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां भी सवालों के घेरे में आ गई  हैं। रेटिंग एजेंसियों द्वारा जिन प्रतिभूतियों या इकाइयों की रेटिंग दी गई है, उनको लेकर संभावित जोखिमों का वे पता लगाने में विफल रही हैं। हालांकि, रेटिंग एजेंसियों ने इसका  पूरा दोष कंपनियों पर डालते हुए कहा है कि उन्हें बैंक के ऋण भुगतान में विलंब या चूक से संबंधित पूरी जानकारी इकाइयों द्वारा उपलब्ध नहीं कराई जाती है। अधिकारियों ने कहा  कि कई ऐसे मौके आए हैं, जबकि कुछ इकाइयों ने नियामकीय खामियों का फायदा उठाया है।

दस हजार लोगों को निकालने की तैयारी में कंपनी


नई दिल्ली
ऑटो सेक्टर से शुरू हुआ आर्थिक मंदी का रोग अब कई सेक्टर में फैल गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कई सेक्टर्स से फैक्टरी बंद होने, प्रोडक्शन घटाने और कर्मचारियों की  खबरें लगातार निकल कर सामने आ रही हैं। अब इस मंदी की चपेट में बिस्किट बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी पारले भी आ गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, खपत में  सुस्ती आने के कारण पारले प्रॉडक्ट्स 8,000- 10,000 लोगों की छंटनी कर सकती है। एक अंग्रेजी के अखबार में छपी खबर में बताया गया है कि कंपनी 100 रुपए प्रति किलो या  उससे कम कीमत वाले बिस्किट पर जीएसटी घटाने की मांग की है। अगर सरकार ने हमारी मांग नहीं मानी तो हमें अपनी फैक्टरियों में काम करने वाले 8,000-10,000 लोगों को  निकालना पड़ सकता है, क्योंकि सेल्स घटने से कंपनी को भारी नुकसान हो रहा है।
हालांकि, पारले जी बिस्किट आमतौर पर 5 रुपए या कम के पैक में बिकते हैं। आपको बता दें कि पारले प्रोडक्ट्स की सेल्स 10,000 करोड़ रुपए से ज्यादा होती है। कंपनी के कुल  10 प्लांट है। इसमें करीब एक लाख कर्मचारी काम करते है। साथ ही, कंपनी 125 थर्ड पार्टी मैंयुफैक्चरिंग यूनिट भी ऑपरेट करती हैं। कंपनी की सेल्स का आधा से ज्यादा हिस्सा ग्रामीण बाजारों से आता है।

MKRdezign

Contact Form

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.
Javascript DisablePlease Enable Javascript To See All Widget