बुलढाणा - 3 अक्तुबर
तहसील अंतर्गत के ग्राम दहिद बु. निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग किसान ने 2 अक्तुबर को अपने खेत स्थित पेढ पर फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली है.एक तरफ राज्य में विधानसभा चुनाव का माहौल गरमाया हुआ है तो वहीं किसान अपनी समस्या और कर्ज़ से परेशान हो कर आत्महत्या करने पर मजबूर है.
पश्चिमी विदर्भ का बुलढाणा जिला किसान आत्महत्या में देश मे दूसरे स्थान पर आता है. प्राप्त जानकारी के अनुसार दहिद निवासी बुजुर्ग लक्ष्मण श्रीराम राऊत पेशे से किसान है.उन्होंने बैंक ऑफ इंडिया से 80 हज़ार, सेंट्रल बैंक से 47 हज़ार तथा सहकारी सोसायटी से 60 हज़ार इस प्रकार कुल 1 लाख 87 हज़ार के करीब फसल बुआई के ले कर्ज़ ले रखा था.पिछले कुछ सालों से मौसम की दगाबाजी अर्थात कम वर्षा के कारण सही फसल हाथ नही आ रही थी जिसके चलते कर्ज़ का भुगतान वे नही कर पा रहे थे.इस साल आरंभ में बरसात अच्छी होने से किसानों की उम्मीद जाग गई थी किंतु फिर बारिश ने ऐसा रूप धारण किया कि,खेतों में पानी घुस आया और सैकड़ों हेक्टर फसल और ज़मीन बहकर चली गई.बुजुर्ग किसान लक्ष्मण राऊत के हाथ आने से पहेले ही सब नष्ट हो गई.इसी नुकसान और कर्ज की अदायगी को लेकर परेशान थे और इसी मानसिक तनाव में आज खुद के खेत में एक पेड से फांसी लगा कर आत्महत्या कर.घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामस्थ पहोंचे और पुलिस को बुलाया गया.पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए बुलढाणा कद जिला अस्पताल में लाया गया. बुलढाणा ग्रामीण थाने में मर्ग का मामला दर्ज कर अधिक जांच बिटजमादार शरद चोपडे कर रहे है.
तहसील अंतर्गत के ग्राम दहिद बु. निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग किसान ने 2 अक्तुबर को अपने खेत स्थित पेढ पर फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली है.एक तरफ राज्य में विधानसभा चुनाव का माहौल गरमाया हुआ है तो वहीं किसान अपनी समस्या और कर्ज़ से परेशान हो कर आत्महत्या करने पर मजबूर है.
पश्चिमी विदर्भ का बुलढाणा जिला किसान आत्महत्या में देश मे दूसरे स्थान पर आता है. प्राप्त जानकारी के अनुसार दहिद निवासी बुजुर्ग लक्ष्मण श्रीराम राऊत पेशे से किसान है.उन्होंने बैंक ऑफ इंडिया से 80 हज़ार, सेंट्रल बैंक से 47 हज़ार तथा सहकारी सोसायटी से 60 हज़ार इस प्रकार कुल 1 लाख 87 हज़ार के करीब फसल बुआई के ले कर्ज़ ले रखा था.पिछले कुछ सालों से मौसम की दगाबाजी अर्थात कम वर्षा के कारण सही फसल हाथ नही आ रही थी जिसके चलते कर्ज़ का भुगतान वे नही कर पा रहे थे.इस साल आरंभ में बरसात अच्छी होने से किसानों की उम्मीद जाग गई थी किंतु फिर बारिश ने ऐसा रूप धारण किया कि,खेतों में पानी घुस आया और सैकड़ों हेक्टर फसल और ज़मीन बहकर चली गई.बुजुर्ग किसान लक्ष्मण राऊत के हाथ आने से पहेले ही सब नष्ट हो गई.इसी नुकसान और कर्ज की अदायगी को लेकर परेशान थे और इसी मानसिक तनाव में आज खुद के खेत में एक पेड से फांसी लगा कर आत्महत्या कर.घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामस्थ पहोंचे और पुलिस को बुलाया गया.पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए बुलढाणा कद जिला अस्पताल में लाया गया. बुलढाणा ग्रामीण थाने में मर्ग का मामला दर्ज कर अधिक जांच बिटजमादार शरद चोपडे कर रहे है.
Post a Comment